जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय में नए सेशन (2022-23) से कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट (CUET) के जरिये दाखिला मिलेगा। जेएनयू प्रशासन ने 12 जनवरी को हुई अकादमिक परिषद की बैठक में यह फैसला किया है। एडमिशन डायरेक्टर जयंत के त्रिपाठी के मुताबिक, बैठक में सीयूईटी को अपनाने के प्रस्ताव को जबरदस्त समर्थन मिला।
कई विश्वविद्यालयों की प्रवेश परीक्षा का बोझ कम होगा
एकेडमिक काउंसिल में विचार-विमर्श के दौरान, स्कूलों के डीन, केंद्र अध्यक्षों और परिषद के बाहरी सदस्यों सहित बड़ी संख्या में सदस्यों ने इस बात पर जोर दिया कि सीयूईटी देशभर के योग्य छात्रों को एक समान अवसर प्रदान करेगा। इससे उन पर कई विश्वविद्यालयों की प्रवेश परीक्षा का बोझ कम होगा। 2019 के बाद से जेएनयू एनटीए के माध्यम से कंप्यूटर आधारित टेस्ट (CBT) मोड में अपने विभिन्न कार्यक्रमों में छात्रों को प्रवेश देने के लिए देश के विभिन्न केंद्रों पर प्रवेश परीक्षा आयोजित कर रहा है।
शिक्षक और छात्र संगठनों ने विरोध किया
विश्वविद्यालय ने पिछले साल मार्च में हुई अपनी अकादमिक परिषद की बैठक में यह फैसला किया था कि जब भी राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (एनटीए) सीयूईटी आयोजित करेगी, तब विश्वविद्यालय इसका हिस्सा बनेगा। हालांकि विश्वविद्यालय के नए फैसले का शिक्षक संगठनों और छात्र संगठनों ने विरोध किया है।