करेंट अफेयर्स – 25 जनवरी 2023
दैनिक समसामयिकी (Current Affairs) के मुद्दों की महत्त्वपूर्ण जानकारी आज के इस लेख द्वारा उपलब्ध कराई गई है, जो सभी प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी में उपयोगी है –
अंतर्राष्ट्रीय शिक्षा दिवस (International Day of Education)
हर साल ‘अंतर्राष्ट्रीय शिक्षा दिवस (International Day of Education)’ 24 जनवरी को मनाया जाता है। इस दिवस को मनाने का उद्देश्य शिक्षा की भूमिका शांति और विकास में उजागर करना है। इस वर्ष अंतर्राष्ट्रीय शिक्षा दिवस का चौथा संस्करण मनाया गया।
3 दिसम्बर, 2018 को संयुक्त राष्ट्र ने एक प्रस्ताव पारित करके प्रतिवर्ष 24 जनवरी को अंतर्राष्ट्रीय शिक्षा दिवस के रूप मनाने का निर्णय लिया था। संयुक्त राष्ट्र द्वारा अंतर्राष्ट्रीय शिक्षा दिवस के लिए प्रस्ताव नाइजीरिया के सहित 58 देशों प्रस्तुत किया था।
भारत में शिक्षा दिवस
भारत में ‘राष्ट्रीय शिक्षा दिवस’ हर साल 11 नवम्बर को मनाया जाता है। भारत में यह दिवस देश के प्रथम शिक्षा मंत्री मौलाना अबुल कलाम आजाद की स्मृति में मनाया जाता है। वर्ष 2008 में इस दिवस की स्थापना की गई थी। यह दिवस मौलाना अबुल कलाम आजाद की जयंती को चिह्नित करता है।
अहोम ‘मैदाम’
केंद्र सरकार ने यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल के लिए भारत के एकमात्र नामांकन के रूप में अहोम साम्राज्य के चराइदेव ‘मैदाम’ को चुना है। असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने यह जानकारी साझा की है। केंद्र सरकार ने देश के 52 अस्थायी स्थलों में से असम के चराइदेव ‘मैदाम’ को चुना है। मीडिया के साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान मुख्यमंत्री सरमा ने डोजियर चराइदेव ‘मैदाम’ के चयन की बात कही। यह नामांकन पेरिस में यूनेस्को कार्यालय में जमा किया जाएगा।
असम के पिरामिड के रूप में मशहूर मैदाम को पहली बार अप्रैल, 2014 में यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थल की अस्थायी सूची में शामिल किया गया था। चराइदेव जिले में स्थित अहोम ‘मैदाम’ शाही परिवारों के समाधि स्थल है। इस स्थल को असम के पिरामिड के रूप में भी जाना जाता है।
यूनेस्को (UNESCO) के बारे में:
यह संयुक्त राष्ट्र की एक विशेष एजेंसी है, जो शिक्षा, प्रकृति तथा समाज विज्ञान, संस्कृति तथा संचार के माध्यम से अंतर्राष्ट्रीय शांति को बढ़ावा देने का कार्य करती है। 16 नवम्बर, 1945 को संयुक्त राष्ट्र की इस विशेष संस्था का गठन हुआ था। यूनेस्को, संयुक्त राष्ट्र सतत विकास समूह (UNSDG) का सदस्य भी है।
राष्ट्रीय बालिका दिवस (National Girl Child Day)
भारत में हर साल 24 जनवरी को ‘राष्ट्रीय बालिका दिवस (National Girl Child Day)’ मनाया जाता है। इस दिवस को मनाने का उद्देश्य देश में सभी स्तरों पर बालिकाओं के सशक्तिकरण को बढ़ावा देना और लिंगानुपात के बारे में जागरूकता फैलाना है।
महत्त्वपूर्ण बिंदु:
बाल लिंगानुपात में सुधार के लिए कार्य करना था इसके बारे में जागरूकता फैलाना।
नई योजना और पहलों के माध्यम से बालिका सशक्तिकरण के अवसर उपलब्ध करवाना।
बालिका विकास के लिए सकारात्मक माहौल बनाना।
अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर यह दिवस बालिकाओं के अधिकारों के बारे में जागरूकता फैलाने, उन्हें शिक्षा, पोषण, स्वास्थ्य सुविधा, कानूनी अधिकार तथा भेदभाव से संरक्षण उपलब्ध करवाने के उद्देश्य से 11 अक्टूबर को मनाया जाता है। संयुक्त राष्ट्र द्वारा ‘अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस’ की घोषणा की गई थी। कनाडा की मंत्री रोना अम्ब्रोस ने इस दिवस के लिए प्रस्ताव प्रस्तुत किया था। पहली बार यह दिवस 2012 को मनाया गया था।
भारतीय नौसेना का सबसे बड़ा युद्धाभ्यास ‘ट्रोपेक्स-23’
भारतीय नौसेना के प्रमुख समुद्री अभ्यास ‘ट्रोपेक्स-23’ का संचालन वर्तमान में हिन्द महासागर में किया जा रहा है। यह संचालन स्तर का अभ्यास द्विवार्षिक रूप से आयोजित किया जाता है। इस अभ्यास में भारतीय नौसेना की सभी इकाइयों के साथ भारतीय थल सेना, वायु सेना और तटरक्षक बल से जुड़ीं सम्पतियों की हिस्सेदारी भी होती है।
इस वर्ष यह अभ्यास जनवरी से लेकर 23 मार्च तक आयोजित किया जा रहा है। ट्रोपेक्स 23 अभ्यास हथियारों से प्रत्यक्ष फायरिंग सहित युद्ध संचालन के विभिन्न पहलुओं को शामिल करते हुए विभिन्न चरणों में बंदरगाह और समुद्र दोनों में आयोजित किया जा रहा है। इस अभ्यास के हिस्से के रूप में ऑपरेशनल लॉजिस्टिक्स और अन्य सेवाओं के साथ अंतर – संचालनात्मकता सहित नौसेना के संचालन की अवधारणा को मान्य और परिष्कृत करने हेतु विध्वंसकों, युद्धपोतों, कार्वेट के साथ-साथ पनडुब्बियों और विमानों सहित भारतीय नौसेना की सतह पर स्थित सभी लड़ाकू इकाइयों को जटिल समुद्री परिचालन तैनाती से गुजारा जाएगा।