- इथेनॉल ब्लेंडिंग (सम्मिश्रण) रोडमैप के अनुरूप प्रधानमंत्री ने 11 राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों में तेल विपणन कंपनियों के 84 रिटेल आउटलेट्स पर ई20 ईंधन को शुरू किया।
- ई20 पेट्रोल के साथ 20 फीसदी इथेनॉल का एक मिश्रण है। पहले चरण में 15 शहरों को कवर किया जाएगा और अगले दो वर्षों में पूरे देश में इसका विस्तार किया जाएगा।
- यह उत्सर्जन में कटौती के साथ-साथ विदेशी मुद्रा-निकासी आयात पर निर्भरता कम करने के लिए जैव ईंधन के उपयोग को बढ़ाने के कार्यक्रम का एक हिस्सा है।
- सरकार का लक्ष्य 2025 तक इथेनॉल के पूर्ण 20 फीसदी सम्मिश्रण को प्राप्त करना है।
- एचपीसीएल और अन्य तेल विपणन कंपनियां 2जी-3जी इथेनॉल संयंत्र स्थापित कर रही हैं, जो इसकी प्रगति को सुगम बनाएगी।
- वर्तमान में, पेट्रोल में 10% इथेनॉल (10% इथेनॉल, 90% पेट्रोल) मिलाया जाता है और सरकार 2025 तक इस मात्रा को दोगुना करना चाहती है।
- सरकार ने पेट्रोल में इथेनॉल मिश्रण को 1.5 प्रतिशत (2014 में) से बढ़ाकर 10 प्रतिशत कर दिया था और अब 20 प्रतिशत सम्मिश्रण की ओर बढ़ रही है।
- इसने 318 लाख मीट्रिक टन कार्बनडायऑक्साइड उत्सर्जन में कमी और विदेशी मुद्रा में लगभग 54,000 करोड़ रुपये की बचत में योगदान दिया।
- इसके परिणामस्वरूप 2014 से 2022 के दौरान इथेनॉल आपूर्ति के लिए लगभग 81,800 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया है और किसानों को 49,000 करोड़ रुपये से अधिक का हस्तांतरण किया गया है।
- इसके अलावा प्रधानमंत्री ने एचपीसीएल द्वारा आयोजित हरित गतिशीलता रैली को भी हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
- इस रैली में स्थायी हरित ऊर्जा स्रोतों जैसे कि ई20, ई85, फ्लेक्स फ्यूल, हाइड्रोजन, इलेक्ट्रिक आदि पर चलने वाली 57 गाड़ियों की भागीदारी देखी गई।