बीटिंग रिट्रीट समारोह 2023,उत्तराखंड की झांकी ने जीता पहला पुरस्कार

Prem Chand bhati

 बीटिंग रिट्रीट समारोह 2023

भारत अपने गणतंत्र दिवस समारोह को समाप्त करने के लिए ‘बीटिंग रिट्रीट समारोह’ का आयोजन करता है। इस समारोह का आयोजन यूनाइटेड किंगडम द्वारा अपनी गश्ती इकाइयों को महल में बुलाने के लिए किया जाता था। भारत में बीटिंग रिट्रीट समारोह का आयोजन 29 जनवरी को किया जाता है। भारत की तीनों सेनाओं के बैंड इस समारोह के प्राथमिक प्रतिभागी है।

इस वर्ष के समारोह की विशेषताएं

  • भारत में यह समारोह 1955 में शुरू हुआ था।
  • केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों ने पहली बार 2016 में रिट्रीट में भाग लिया था।
  • भारत में बीटिंग रिट्रीट समारोह का आयोजन ‘रायसीना हिल्स’ पर किया जाता है। 
  • भारत सरकार की सबसे महत्वपूर्ण इमारतें जैसे राष्ट्रपति भवन, प्रधानमंत्री कार्यालय और अन्य महत्वपूर्ण इमारतें ‘रायसीना हिल्स’ पर स्थित है। 

बीटिंग रिट्रीट सेरेमनी

शुरुआत में इस समारोह को ‘वॉच सेटिंग’ कहा जाता था, जो सूर्यास्त के समय आयोजित किया जाता था। बीटिंग रिट्रीट सेरेमनी में एक गोली चलाई जाती थी। इस गोली की आवाज सुनकर गश्त करने वाली इकाइयाँ वापिस महल में लौट आती थी। यह अभ्यास पहली बार सत्रहवीं शताब्दी के दौरान किया गया था।

उत्तराखंड की झांकी ने जीता पहला पुरस्कार

गणतंत्र दिवस 2023 में राज्य की कला और संस्कृति का प्रदर्शन करने ‘उत्तराखंड की झांकी’ ने पहला पुरस्कार जीता है। दिल्ली के कर्त्यव्य पथ पर 74वें गणतंत्र दिवस परेड के अवसर पर 23 झाँकियों का प्रदर्शन किया गया था। इनमें से 17 झांकियाँ देश के अलग-अलग राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की थी और 6 झांकियाँ सरकारी मंत्रालयों और विभागों की थी।

तीनों सेनाओं में सर्वश्रेष्ठ मार्चिंग दल का अवॉर्ड ‘पंजाब रेजिमेंट’ ने जीता। इसके अलावा CRPF को ‘CAPFs और अन्य सहायक बलों के बीच सर्वश्रेष्ठ मार्चिंग टुकड़ी’ का अवॉर्ड दिया गया।

उत्तराखंड की झांकी के बारे में:

उत्तराखंड की झांकी का थीम मंदिर माला मिशन के अंतर्गत ‘मानसखंड’ था, जिसे उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सुझाया था। झांकी के निर्माण के समय मुख्यमंत्री धामी ने राज्य की संस्कृति के अनुरुप निर्माण के निर्देश भी दिए थे। इस झांकी में गढ़वाल की चारधाम यात्रा, कुमाऊं में मंदिर माला मिशन, प्रसिद्ध पौराणिक जागेश्वर धाम आदि को प्रदर्शित किया गया था। इस झांकी के साथ राज्य के प्रसिद्ध जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क और उत्तराखंड का राज्य पशु कस्तूरी मृग और उत्तराखंड के प्रसिद्ध पक्षी तीतर, घुघुती, चकोर, मोनाल आदि को भी शामिल किया था। 

पिथौरागढ़ के प्रसिद्ध जनकवि जनार्दन उप्रेती ने झांकी का थीम सांग ‘जय हो कुमाऊं, जय हो गढ़वाला’ को लिखा था। उसको सौरभ मैठाणी और साथियों ने गाया था। इस थीम गीत के निर्माता पहाड़ी दगड़िया थे।

आर्थिक सर्वेक्षण (Economic Survey)

आर्थिक सर्वेक्षण, देश की वित्तीय स्थिति का विवरण देने वाली रिपोर्ट है। यह रिपोर्ट वित्त मंत्रालय द्वारा जारी की जाती है और इसे वित्त मंत्री द्वारा प्रस्तुत किया जाता है। राष्ट्रपति के अभिभाषण से केंद्रीय बजट सत्र की शुरुआत होती है और इस अभिभाषण के बाद वित्त मंत्री सर्वे रिपोर्ट सौंपती हैं।

महत्त्वपूर्ण बिन्दु:

  • आर्थिक मामलों का विभाग आर्थिक सर्वेक्षण तैयार करता है। यह विभाग वित्त मंत्रालय के अधीन कार्य करता है।
  • इस वार्षिक रिपोर्ट में पिछले एक साल का देश के आर्थिक प्रगति और प्रदर्शन का लेखा -जोखा होता है।
  • आर्थिक सर्वेक्षण में अर्थव्यवस्था से जुड़े सभी मुख्य आंकड़े पेश किए जाते हैं। इस रिपोर्ट में अर्थव्यवस्था के मुख्य घटकों जैसे महंगाई दर, बुनियादी ढांचे, कृषि और विदेशी मुद्रा भंडार जैसे प्रमुख क्षेत्रों में रुझानों का विस्तृत विवरण दिया गया है। 
  • देश के प्रमुख क्षेत्रों जैसे कृषि, बुनियादी ढांचा और विदेशी मुद्रा भंडार में रुझान की जानकारी इस रिपोर्ट में मिलती है।
  • ‘आर्थिक सर्वेक्षण’ सरकार के सामने आर्थिक चुनौतियों को सूचीबद्ध करता है।
  • यह अर्थव्यवस्था में आने वाले चुनौतियों से निपटने के लिए सुझाव देता है।
  • इससे जीडीपी ग्रोथ के अनुमान की जानकारी मिलती है।

आर्थिक सर्वेक्षण का इतिहास

भारत का पहला आर्थिक सर्वेक्षण 1950-51 में पेश किया गया था, तब से आर्थिक सर्वेक्षण पेश करने सिलसिला जारी है। 1964 से पहले यह बजट का ही हिस्सा होता था। फिर बाद में इसे अलग करके बजट के एक दिन पहले जारी किया जाने लगा।

5वें खेलो इंडिया यूथ गेम्स का आयोजन

भारत सरकार हर साल खेलो इंडिया यूथ गेम्स का आयोजन करती है। इस वर्ष खेलो इंडिया यूथ गेम्स के पांचवें संस्करण का आयोजन किया जा रहा है। भारत के विभिन्न हिस्सों से प्रतिभाओं को खोजने के लिए इस वर्ष के (5वें) खेलो इंडिया यूथ गेम्स का आयोजन मध्यप्रदेश में किया जा रहा है। खेलो इंडिया यूथ गेम्स के आयोजन को भारतीय एथलीटों के लिए अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में प्रवेश करने के लिए सबसे अच्छे प्रवेश द्वार के रूप में देखा जाता है। इस बार के यूथ गेम्स में पहली बार कायाकिंग और कैनोइंग को शामिल किया गया है। इस आयोजन की मेजबानी मध्य प्रदेश सरकार कर रही है। 

खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2023 का आयोजन मध्य प्रदेश के आठ शहरों महेश्वर, बालाघाट, जबलपुर, ग्वालियर, उज्जैन, इंदौर और भोपाल में किया जाएगा। राज्य से मध्य 474 से अधिक एथलीट भाग लेंगे और अन्य प्रमुख प्रतिभागी कर्नाटक, महाराष्ट्र, हरियाणा, तमिलनाडु और उत्तर प्रदेश हैं। त्रिपुरा से सिर्फ 13 एथलीट भाग लेंगे और यह इस आयोजन का सबसे छोटा योगदानकर्ता है।

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