अधिवक्ता विशाल तिवारी ने हाल ही में अडानी-हिडेनबर्ग विवाद के मामले को उठाने के लिए सर्वोच्च न्यायालय में एक जनहित याचिका दायर की। शीर्ष अदालत सहमत हो गई है और 10 फरवरी, 2023 को मामले की सुनवाई करेगी। विशाल सुप्रीम कोर्ट में प्रैक्टिसिंग वकील हैं। जनहित याचिका भारत के मुख्य न्यायाधीश से मामले को संभालने का अनुरोध करती है। CJI चंद्रचूड़ के साथ PS नरसिम्हा और जेबी पारदीवाला के अन्य न्यायाधीश इस मामले पर सुनवाई करेंगे।
हिंडनबर्ग-अडानी विवाद
अमेरिका में स्थित हिंडनबर्ग फाइनेंस रिसर्च कंपनी ने अदानी समूह पर एक खोजी रिपोर्ट जारी की। इस रिपोर्ट के मुताबिक, अडानी ग्रुप फर्जी शेल कंपनी ऑपरेशंस वाले शेयरों में हेराफेरी कर रहा है। रिपोर्ट के बाद, कंपनी के शेयर की कीमतें गिर गईं। कंपनी को 127 करोड़ रुपए से ज्यादा का नुकसान हुआ।
सुप्रीम कोर्ट क्यों दखल दे रहा है?
हिडेनबर्ग-अडानी विवाद जो पिछले कुछ समय से सुर्खियों में है, भारत की प्रतिष्ठा को दांव पर लगा रहा है। इस विवाद से पहले, गौतम अडानी दुनिया के दूसरे सबसे अमीर व्यक्ति थे।
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