दैनिक समसामयिकी (Current Affairs) के मुद्दों की महत्त्वपूर्ण जानकारी आज के इस लेख द्वारा उपलब्ध कराई गई है, जो सभी प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी में उपयोगी है –
मानव अंतरिक्ष उड़ान का अंतर्राष्ट्रीय दिवस 2023
प्रतिवर्ष 12 अप्रैल को मानव अन्तरिक्ष उड़ान का अंतर्राष्ट्रीय दिवस मनाया जाता है। यह दिवस यूरी गागरिन की वर्ष 1961 की ऐतिहासिक अंतरिक्ष यात्रा को चिह्नित करता है। यह दिवस हमें प्रौद्योगिकी में हमारी प्रगति का आकलन करने में मदद करता है। इसके अलावा यह अंतरिक्ष में प्रौद्योगिकी के सहयोग, सहभागिता और साझा करने के महत्त्व को दर्शाता है।
सभी अंतरिक्ष उत्साही खगोल विज्ञान शोधकर्ताओं और वैज्ञानिकों के लिए यह एक महत्त्वपूर्ण दिन है। यह दिन ब्रह्माण्ड के बारे में जानने और इसे बेहतर तरीके से समझने के लिए प्रेरित करता है।
इस दिवस का इतिहास:
मानव द्वारा निर्मित पहले पृथ्वी उपग्रह ‘स्पुतनिक I’ को 1957 में बाहरी अंतरिक्ष में लॉन्च किया गया था। यूरी गगारिन 12 अप्रैल, 1961 को पृथ्वी की परिक्रमा लगाने वाली पहले सफल व्यक्ति बने थे। यह मानव के लिए बाहरी अंतरिक्ष को जानने का पहला कदम था। इस घटना को चिह्नित करते हुए अप्रैल, 2011 में संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) ने हर साल 12 अप्रैल को मानव अन्तरिक्ष उड़ान का अंतर्राष्ट्रीय दिवस मनाने का प्रस्ताव पारित किया था।
युगांडा में तुलसी घाट बहाली परियोजना
हाल ही में भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने अपनी तीन दिवसीय युगांडा यात्रा के दौरान कंपाला (युगांडा) में वाराणसी की ‘तुलसी घाट रिस्टोरेशन प्रोजेक्ट’ की शुरुआत की।
ओवरसीज फ्रेंड्स ऑफ बीजेपी-युगांडा द्वारा दुनिया के सबसे पुराने आबाद शहर के सौंदर्यात्मक रूप को बढ़ाने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। केंद्रीय मंत्री जयशंकर ने इसकी सराहना की। अपनी इस यात्रा के दौरान विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने युगांडा के राष्ट्रपति योवारी के. मुसेवेनी को गुट-निरपेक्ष अभियान की अध्यक्षता ग्रहण करने पर बधाई दी। भारत के विदेश मंत्री ने युगांडा के राष्ट्रपति के साथ व्यापार और निवेश, बुनियादी ढांचे, ऊर्जा, रक्षा, डिजिटल और कृषि संबंधी मामलों में सहयोग पर विचार-विमर्श भी किया।
विदेश मंत्री एस. जयशंकर, जिन्जा (jinja) में राष्ट्रीय अपराध विज्ञान विश्वविद्यालय के एक परिसर का उद्घाटन करेंगे। 13 से 15 अप्रैल तक विदेश मंत्री मोजाम्बिक की भी यात्रा करेंगे। भारत के किसी विदेश मंत्री की यह पहली मोजाम्बिक यात्रा है।
हिमाचल प्रदेश की संजीवनी परियोजना
हाल ही में हिमाचल प्रदेश सरकार ने राज्य के किसानों और पशुपालकों की आजीविका में विकास के लिए ‘संजीवनी परियोजना’ शुरू की है। राज्य की अर्थव्यवस्था मुख्य रूप से कृषि और पशुपालन पर निर्भर करती है। राज्य में पशुधन की कुल आबादी 4.41 मिलियन है। राज्य के ग्रामीण परिवेश के लोग पशुपालन और पशुधन की देखभाल को अपना महत्त्वपूर्ण पहलु मानते हैं।
अब संजीवनी परियोजना के तहत टेलीमेडिसिन और प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल करते हुए किसानों व पशुपालकों को उच्च गुणवत्ता वाली पशुधन देखभाल सेवाएं प्रदान की जाती है। यह परियोजना संभावित प्रकोपों को रोकते हुए उनके जीवन को बेहतर बनाएगी।
इस परियोजना के लिए राज्य के पशुपालन विभाग द्वारा राष्ट्रीय पशु रोग नियंत्रण कार्यक्रम-मोबाइल पशु चिकित्सा वैन (NADCP-AHD-MVU) परियोजना भी चलाई जा रही है। NADCP-AHD-MVU के लिए विभाग ने इंडसइंड बैंक की सहायक कंपनी भारत फाइनेंशियल इन्क्लूजन लिमिटेड (BFIL) के साथ सहयोग किया है।
जलियांवाला बाग नरसंहार की वर्षगांठ
भारत के इतिहास में 13 अप्रैल को जलियांवाला बाग नरसंहार की वर्षगांठ के रूप में चिह्नित किया गया है। यह दिन एक घटना को चिह्नित करता है, जिसमें रोलेट एक्ट के विरोध में जलियांवाला बाग में 13 अप्रैल, 1919 को एक शांतिपूर्ण बैठक का आयोजन किया गया था। बैसाखी के दिन एकत्रित हुए हजारों लोगों पर जनरल डायर ने गोलीबारी का आदेश दे दिया था। इस घटना में बच्चों, औरतों के साथ हजारों बेगुनाह लोग मारे गए थे।
इस घटना के लिए जनरल डायर को ब्रिटिश संसद में सम्मानित किया गया था। रवीन्द्रनाथ टैगोर और महात्मा गांधी सहित कई नेताओं को अंग्रेजों द्वारा परेशान किया गया। इस घटना ने मुक्ति संघर्ष की शुरुआत को तीव्र कर दिया था।
रौलट एक्ट (Rowlatt Act) क्या है?
यह एक्ट ब्रिटिश सरकार को किसी भी व्यक्ति को आतंक फैलाने के संदेह मात्र में अधिकतम 2 वर्षों के लिए कैद करने का अधिकार देता था। ऐसे मामलों के फैसलों के लिए 3 उच्च न्यायालय के न्यायाधीशों के साथ एक पैनल भी स्थापित किया गया था। इस पैनल द्वारा दिया गया फैसला अंतिम फैसला होता था। आम जनता के साथ प्रेस पर भी इस अधिनियम ने प्रतिबन्ध लगा दिए थे।