14 अप्रैल : अंबेडकर जयंती (Ambedkar Jayanti)
भारत में हर साल 14 अप्रैल को अंबेडकर जयंती (Ambedkar Jayanti) या भीम जयंती मनाई जाती है। इस दिन को अंबेडकर स्मरण दिवस भी कहा जाता है। 2015 से, 14 अप्रैल को भारत में आधिकारिक सार्वजनिक अवकाश के रूप में मनाया जाता है।
भीम राव अंबेडकर
उनका पूरा नाम भीमराव रामजी अंबेडकर था।
अंबेडकर का जन्म 14 अप्रैल, 1891 को हुआ था।
उन्होंने जीवन भर समानता के लिए संघर्ष किया।इस प्रकार, उनके जन्मदिन को “समानता दिवस” के रूप में भी मनाया जाता है। भारत ने संयुक्त राष्ट्र में उनके जन्मदिन को अंतर्राष्ट्रीय समानता दिवस के रूप में मनाने की मांग रखी है।
उन्हें बाबासाहेब अम्बेडकर के नाम से भी जाना जाता था।
1956 में, वह बौद्ध धर्म में परिवर्तित हो गए।
1936 में, अम्बेडकर ने स्वतंत्र लेबर पार्टी की स्थापना की।
अंबेडकर संविधान सभा की मसौदा समिति के अध्यक्ष थे।
श्रद्धांजलि
1990 में, अंबेडकर को भारत रत्न से सम्मानित किया गया।
1990 में संसद के सेंट्रल हॉल में उनके चित्र का अनावरण किया गया था।
14 अप्रैल, 1990 और 14 अप्रैल, 1991 के बीच की अवधि को “सामाजिक न्याय का वर्ष” के रूप में मनाया गया।
2015 में, भारत सरकार ने उनकी 125वींजयंती के अवसर पर दस रुपये और 125 रुपये के सिक्के जारी किए ।
संयुक्त राष्ट्र ने 2016, 2017 और 2018 में लगातार तीन साल अंबेडकर जयंती मनाई।
2020 में, कनाडा ने अंबेडकर के जन्मदिन को डॉ. बी.आर. अंबेडकर डे ऑफ इक्वैलिटी के रूप में मनाने का फैसला किया।
2021 में, ब्रिटिश कोलंबिया सरकार ने उनके जन्मदिन को डॉ. बी.आर. अंबेडकर इक्वैलिटी डे के रूप में मनाने का फैसला किया।