SIDBI ने हाल ही में भारत के इलेक्ट्रिक वाहन उद्योग की मूल्य श्रृंखला के विकास और विकास को बढ़ावा देने के लिए मिशन 50K-EV4ECO का पायलट संस्करण लॉन्च किया है। इससे ईवी अपनाने को बढ़ावा मिलने और देश में संबद्ध बुनियादी ढांचे को मजबूत करने की उम्मीद है।
मिशन 50K-EV4ECO
यह परियोजना प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष ऋण के माध्यम से 2-पहिया, 3-पहिया और 4-पहिया ईवी के उत्थान को प्राथमिकता देती है। इस योजना का उद्देश्य इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए किफायती वित्तपोषण तक पहुंच प्रदान करना और बैटरी स्वैपिंग सहित चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर विकसित करना है।
EV पारिस्थितिकी तंत्र में MSMEs और NBFC द्वारा सामना की जाने वाली चुनौतियाँ
ईवी पारिस्थितिकी तंत्र में MSMEs और गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों (NBFCs) द्वारा सामना की जाने वाली सबसे बड़ी चुनौतियों में से एक ब्याज की प्रतिस्पर्धी दरों सहित पर्याप्त वित्त तक पहुंच है। बैंकर ईवी परियोजनाओं को उच्च जोखिम के रूप में देखते हैं, जिससे एमएसएमई और एनबीएफसी के लिए उन्हें ऐसे उद्यमों के लिए पैसा उधार देने के लिए राजी करना मुश्किल हो जाता है।
सिडबी का राष्ट्रीय मिशन
भारतीय लघु उद्योग विकास बैंक (SIDBI) एक सरकारी स्वामित्व वाली वित्तीय संस्था है जिसकी स्थापना 1990 में छोटे उद्योगों को समर्थन और बढ़ावा देने के लिए की गई थी। इन वर्षों में, SIDBI भारत में सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों (MSMEs) के लिए प्रमुख वित्तीय संस्थान के रूप में विकसित हुआ है, जो उन्हें बढ़ने और विकसित होने में मदद करने के लिए विभिन्न वित्तीय सेवाएँ प्रदान करता है। अपने राष्ट्रीय मिशन के अनुरूप, सिडबी ने ईवी को प्राथमिकता के रूप में अपनाया है।
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