फ्रांस बहुराष्ट्रीय वॉरगेम ओरियन (Orion Wargame) की मेजबानी करेगा, जिसके अप्रैल के तीसरे सप्ताह से 5 मई तक आयोजित होने की उम्मीद है। इस अभ्यास में भारत सहित विभिन्न देश शामिल होंगे, और एक सिमुलेटेड युद्ध परिदृश्य में उनकी लड़ाकू क्षमताओं का परीक्षण करेंगे।
युद्ध अभ्यास की पृष्ठभूमि
इस युद्धाभ्यास की पृष्ठभूमि रूस-यूक्रेन संघर्ष है, जहां अमेरिका के नेतृत्व में नाटो यूक्रेन के खिलाफ रूसी कदमों का विरोध कर रहा है। इस अभ्यास का उद्देश्य भाग लेने वाले देशों की वायु सेनाओं की तैयारियों और बहु-राष्ट्रीय वातावरण में संचालन करने की उनकी क्षमता का परीक्षण करना है।ओरियन में भारतीय भागीदारी
भारतीय वायु सेना (IAF) पश्चिमी वायु कमान के गोल्डन एरो स्क्वाड्रन से अपने राफेल लड़ाकू जेट के साथ ओरियन में भाग लेगी। IAF ने पहले ही 36 राफेल को शामिल कर लिया है, और इन लड़ाकू विमानों ने जोधपुर में फ्रांसीसी वायु सेना के साथ डेजर्ट नाइट सहित विदेशों के साथ युद्ध अभ्यासों में भाग लिया है।
अन्य भाग लेने वाले देश
इस युद्धाभ्यास में भारत के अलावा और भी कई देश अपने लड़ाकू विमानों के साथ हिस्सा ले रहे हैं। इनमें फ्रांस, नाटो और अन्य सहयोगी शामिल हैं। यह अभ्यास फ्रांसीसी रक्षा बलों के लिए महत्वपूर्ण है क्योंकि यह अब तक का सबसे बड़ा बहुराष्ट्रीय अभ्यास है। इस युद्धाभ्यास में न केवल उनकी वायु सेना बल्कि उनकी सेना और नौसेना के साथ-साथ उनके सहयोगी अमेरिका और ब्रिटेन भी शामिल हैं।