1. प्रश्न: DRDO का पूरा नाम क्या है?
उत्तर: डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट आर्गेनाइजेशन (DRDO)। यह भारत सरकार का एक संगठन है जो रक्षा और सुरक्षा सम्बंधित तकनीकी और वैज्ञानिक अनुसंधान के लिए जिम्मेदार है।
2. प्रश्न: DRDO की स्थापना कब हुई थी?
उत्तर: DRDO की स्थापना 1958 में हुई थी।
3. प्रश्न: DRDO का मुख्यालय कहाँ स्थित है?
उत्तर: DRDO का मुख्यालय नई दिल्ली, भारत में स्थित है।
4. प्रश्न: DRDO का प्रमुख कौशल विकास संस्थान कौन-सा है?
उत्तर: DRDO का प्रमुख कौशल विकास संस्थान "डिफेंस इंस्टीट्यूट ऑफ एडवांस्ड टेक्नोलॉजी" (डीआईएटी) है।
5. प्रश्न: DRDO के प्रमुख प्रशंसापत्र कौन-कौन से हैं?
उत्तर: DRDO के प्रमुख प्रशंसापत्र "अग्नि पुरस्कार", "रक्षा रत्न पुरस्कार", "पद्म विभूषण" और "डिफेंस टेक्नोलॉजी अवार्ड" हैं।
6. प्रश्न: DRDO के तहत विकसित किये गए प्रमुख मिसाइल सिस्टम कौन-कौन से हैं?
उत्तर: DRDO के तहत विकसित किये गए प्रमुख मिसाइल सिस्टम शाहीन, नाग, प्रिथ्वी, अकाश, अग्नि, प्रधानमंत्री निर्देशित विकास में सफलता (PMD) और आर्जेरी मिसाइल सिस्टम हैं।
7. प्रश्न: DRDO का उद्देश्य क्या है?
उत्तर: DRDO का उद्देश्य भारतीय सुरक्षा के लिए उन्नत और आधुनिक रक्षा प्रौद्योगिकी का विकास करना है। इसके माध्यम से वे विभिन्न रक्षा उपकरणों, मिसाइल सिस्टमों, विमानों, सूचना और संचार प्रौद्योगिकी, जलयान और अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी आदि के विकास पर काम करते हैं।
8. प्रश्न: भारतीय स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद DRDO का गठन कब हुआ?
उत्तर: भारतीय स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद DRDO का गठन 1958 में हुआ।
9. प्रश्न: DRDO के तहत विकसित किए गए एंटी-रैडर टेक्नोलॉजी के उदाहरण कौन-कौन से हैं?
उत्तर: DRDO ने एंटी-रैडर टेक्नोलॉजी के लिए प्रगतिशील उपकरण जैसे निशानांकित्रक आरएफ आदि का विकास किया है। इन तकनीकों का उपयोग शत्रु के रडार सिस्टम को छिपाने और भ्रमित करने में किया जाता है।
10. प्रश्न: DRDO ने भारतीय नौसेना के लिए कौन-सी सुरक्षा व्यवस्था विकसित की है?
उत्तर: DRDO ने भारतीय नौसेना के लिए "सोनर देवता" नामक सुरक्षा व्यवस्था विकसित की है। इसका उपयोग नौसेना को समुद्री क्षेत्र में विभिन्न ऑपरेशन के दौरान सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए किया जाता है।
11. प्रश्न: DRDO का सबसे पहला अध्ययन केंद्र कहाँ स्थापित किया गया था?
उत्तर: DRDO का सबसे पहला अध्ययन केंद्र 1958 में बंगलोर, कर्नाटक, भारत में स्थापित किया गया था। इसके बाद, DRDO ने देश भर में विभिन्न केंद्रों की स्थापना की है।
12. प्रश्न: DRDO ने किस वर्ष भारतीय आयुर्विज्ञान एवं यांत्रिकी संस्थान (AIIMS) के साथ सहयोग करके विशेष रूप से COVID-19 के लिए रोगी की स्क्रीनिंग किया था?
उत्तर: DRDO ने 2020 में भारतीय आयुर्विज्ञान एवं यांत्रिकी संस्थान (AIIMS) के साथ सहयोग करके COVID-19 के लिए रोगी की स्क्रीनिंग की थी। इसमें उन्होंने उच्च-स्वतंत्र उद्योगिकरण और डिजिटल तकनीक का उपयोग किया था।
13. प्रश्न: DRDO ने भारतीय वायुसेना के लिए कौन-से लड़ाकू विमान विकसित किए हैं?
उत्तर: DRDO ने भारतीय वायुसेना के लिए "तेजस" और "वाईडरेन" जैसे लड़ाकू विमान विकसित किए हैं। तेजस हमारे देश का पहला स्वदेशी लड़ाकू विमान है
, जबकि वाईडरेन एक हल्के वजन वाला विमान है जो सुरक्षा और जासूसी के कार्यों के लिए उपयोगी है।
14. प्रश्न: DRDO द्वारा विकसित "अग्नि" मिसाइल का उपयोग किस लक्ष्य को मारने के लिए किया जाता है?
उत्तर: "अग्नि" मिसाइल भारतीय सुरक्षा के लिए बनाई गई एक सशस्त्र प्रणाली है जो लंबी दूरी के लक्ष्यों को मारने के लिए उपयोग की जाती है। इसमें नाभिकीय, संदर्भीय और पृथ्वी-तोप आधारित विस्तार के विभिन्न प्रकार शामिल हो सकते हैं।
15. प्रश्न: DRDO के अंतरिक्ष केंद्र का नाम क्या है और किस शहर में स्थित है?
उत्तर: DRDO के अंतरिक्ष केंद्र का नाम "प्रवेश" है और यह हैदराबाद, तेलंगाना, भारत में स्थित है। यह केंद्र अंतरिक्ष विज्ञान और तकनीक के क्षेत्र में अनुसंधान और विकास करता है।
16. प्रश्न: DRDO द्वारा विकसित "ब्रह्मोस" मिसाइल का उपयोग किस लक्ष्य को मारने के लिए किया जाता है?
उत्तर: "ब्रह्मोस" मिसाइल भारतीय सुरक्षा के लिए विकसित एक सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल है जिसका उपयोग समुद्री और दर्जीलिंग लक्ष्यों को मारने के लिए किया जाता है। यह मिसाइल सुपरसोनिक गति पर चलती है और लंबी दूरी तक लक्ष्यों को नष्ट करने की क्षमता रखती है।
17. प्रश्न: DRDO द्वारा विकसित "प्रधानमंत्री निर्देशित विकास में सफलता (PMD)" मिसाइल किस लक्ष्य को मारने के लिए किया जाता है?
उत्तर: "प्रधानमंत्री निर्देशित विकास में सफलता (PMD)" मिसाइल भारतीय सुरक्षा के लिए विकसित एक बॉलिस्टिक मिसाइल है जिसका उपयोग लंबी दूरी तक लक्ष्यों को मारने के लिए किया जाता है। यह मिसाइल बारूदीय ढीले को मारने के लिए बनाई गई है और उच्च सटीकता और नष्टक्रिया योग्यता देने की क्षमता रखती है।
18. प्रश्न: DRDO द्वारा विकसित "नाग" म
िसाइल किस लक्ष्य को मारने के लिए किया जाता है?
उत्तर: "नाग" मिसाइल भारतीय सुरक्षा के लिए विकसित एक एंटी-टैंक मिसाइल है जिसका उपयोग टैंकों और पैदल सेना के खिलाफ जंग के दौरान किया जाता है। यह मिसाइल हेलीकॉप्टर, टैंक और मोटराइज्ड राष्ट्रीय गाड़ी के साथ संगठित युद्ध क्षेत्र में उपयोगी है।
19. प्रश्न: DRDO द्वारा विकसित "नेत्र" रडार किसके लिए उपयोगी है?
उत्तर: "नेत्र" रडार भारतीय सुरक्षा के लिए विकसित एक परिक्षेपी रडार है जिसका उपयोग विमानों और मिसाइलों के खिलाफ आपातकालीन हवाई स्थानों का पता लगाने के लिए किया जाता है। इसकी उच्च स्थानिक निरीक्षण क्षमता और उन्नत रेडार संप्रेषण प्रणाली के कारण यह सुरक्षा बलों के लिए एक महत्वपूर्ण उपकरण है।
20. प्रश्न: DRDO का पूर्ण रूप क्या है?
उत्तर: DRDO का पूर्ण रूप "रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन" है। यह भारतीय सरकार के रक्षा मंत्रालय के अधीन स्थापित एक संगठन है जो रक्षा विज्ञान और तकनीक के क्षेत्र में अनुसंधान, विकास, निर्माण और परीक्षण कार्य करता है।
21. प्रश्न: DRDO का स्थापना वर्ष क्या था?
उत्तर: DRDO का स्थापना वर्ष 1958 में हुआ था।
22. प्रश्न: DRDO की प्रमुख केंद्रीय संस्थान कौन-कौन सी हैं?
उत्तर: DRDO की प्रमुख केंद्रीय संस्थानों में Defence Research and Development Laboratory (DRDL), Defence Metallurgical Research Laboratory (DMRL), और Centre for Airborne Systems (CABS) शामिल हैं।
23. प्रश्न: भारतीय रक्षा से संबंधित सबसे पहला सत्यापन प्रयोग किस DRDO द्वारा किया गया था?
उत्तर: भारतीय रक्षा से संबंधित सबसे पहला सत्यापन प्रयोग "पोखरण II" के दौरान DRDO द्वारा किया गया था। इसमें शक्तिशाली अणुबंब और नेपच्यून मिसाइलों का परीक्षण किया गया था।
24. प्रश्न: DRDO ने किस वर्ष में भारत का पहला न्यूक्लियर उपग्रह, "अग्नि-5" का सफल परीक्षण किया?
उत्तर: DRDO ने भारत का पहला न्यूक्लियर उपग्रह, "अग्नि-5" का सफल परीक्षण 2012 में किया था। यह मिसाइल लंबी दूरी के लक्ष्यों को मारने के लिए उपयोगी है।
25. प्रश्न: DRDO द्वारा विकसित "तेजस" किसके लिए है?
उत्तर: "तेजस" DRDO द्वारा विकसित एक लड़ाकू विमान है, जो भारतीय वायुसेना के उपयोग के लिए है। यह मार्गदर्शक लड़ाकू विमान भारतीय विमान निर्माण और प्रौद्योगिकी स्थापत्य कारख़ाना (HAL) में निर्मित किया जाता है।
26. प्रश्न: DRDO द्वारा विकसित सुपरकंप्यूटर का नाम क्या है?
उत्तर: DRDO द्वारा विकसित सुपरकंप्यूटर का नाम "परम-वेग" है। यह एक ऊर्जावान कंप्यूटिंग प्लेटफॉर्म है जिसका उपयोग विभिन्न रक्षा और वैज्ञानिक अनुसंधान कार्यों में किया जाता है।
27. प्रश्न: DRDO द्वारा विकसित "आदित्य" बन्दरगाह किसके लिए उपयोगी है?
उत्तर: "आदित्य" बन्दरगाह भारतीय सैन्य नौसेना के लिए एक विशेष प्रकार की बन्दरगाह है। यह भारतीय सैन्य युद्ध पोतों के लिए समुद्री पाठगाह के रूप में उपयोगी है।
28. प्रश्न: DRDO ने किस वर्ष में "अगस्ता" बॉलिस्टिक मिसाइल का परीक्षण किया था?
उत्तर: DRDO ने "अगस्ता" बॉलिस्टिक मिसाइल का परीक्षण 2018 में किया था। यह इंडियन अर्मी के लिए एक न्यूक्लियर-कैपेबल बॉलिस्टिक मिसाइल है।
29. प्रश्न: DRDO द्वारा विकसित "वार्षिकी" मिसाइल किसके लिए है?
उत्तर: "वार्षिकी" मिसाइल DRDO द्वारा विकसित एक प्राकृतिक सत्यापन मिसाइल है जो प्रकृति और जलवायु पर्यावरण के बारे में जानकारी एकत्र करने के लिए उपयोगी है।
30. प्रश्न: DRDO द्वारा विकसित "रक्षा अंबार" किसके लिए उपयोगी है?
उत्तर: "रक्षा अंबार" DRDO द्वारा विकसित एक संचार और सूचना सुरक्षा संयंत्र है जो सुरक्षा और संचार सुरक्षा के लिए उपयोगी है।
ये थे कुछ और प्रश्नों के उत्तर DRDO के बारे में। उम्मीद है कि ये जानकारी आपको आपके प्रश्नों के लिए सहायक साबित होगी।
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