यदि कोई अंतरिक्ष में गंवा दे जान तो क्‍या होगा…शव धरती पर लाया जाएगा या नहीं? क्‍या है NASA का प्रोटोकॉल

Prem Chand bhati

अंतरिक्ष के विशाल अनंत गहराईयों में चलना, चांद और अन्य ग्रहों को खोजना, ब्रह्मांड की रहस्यमयी दुनिया में यात्रा करना, ये सभी मनुष्य के लिए एक सपना है। लेकिन जब इस सपने को प्रशांत वायुमंडल से दूर जाने की कोशिश निष्फल हो जाती है, तो उसका सामना करना भयावह हो सकता है। जैसे ही यह सवाल उठता है कि अगर किसी अंतरिक्ष मिशन में विज्ञानी यात्री अंतरिक्ष में गंवा देता है, तो इस संदर्भ में नासा का प्रोटोकॉल क्या होगा, तो चलिए इस विषय पर विचार करते हैं।


अगर किसी अंतरिक्ष मिशन में कोई विज्ञानी यात्री अपने जीवन को अंतरिक्ष में गंवा देता है, तो ऐसी स्थिति में नासा को इसे बहुत संवेदनशील और चुनौतीपूर्ण समझना होगा। प्रोटोकॉल की दृष्टि से, यहां कुछ चरण हो सकते हैं जिनका पालन किया जा सकता है:

1. जनाजा ला नहीं सकते: एक अंतरिक्ष मिशन में अगर किसी विज्ञानी की मृत्यु हो जाती है, तो उसका जनाजा पृथ्वी पर नहीं ला सकते हैं क्योंकि वैज्ञानिक मिशन विशेष अनुमतियों और सुरक्षा के साथ चलता है। ऐसी स्थिति में उसकी शरणाई अंतरिक्ष में ही हो सकती है।

2. अध्ययन और अनुसंधान: अगर ऐसा होता है, तो नासा उस विज्ञानी की मौत के कारणों का विश्लेषण करेगा और उसमें आने वाली समस्याओं का समाधान खोजने के लिए अध्ययन और अनुसंधान करेगा।

3. सहायता टीम: अगर किसी विज्ञानी की तबीयत अंतरिक्ष में बिगड़ती है, तो उसकी सहायता करने के लिए एक समर्पित टीम को बनाया जा सकता है जो उसे आवश्यक उपकरण और चिकित्सा सेवाएं प्रदान करती है।

4. प्रतिरक्षा साधन: अंतरिक्ष में ऐसी स्थिति में अगर किसी विज्ञानी की तत्काल आवश्यकता होती है, तो उन्हें अंतरिक्ष स्टेशन से धरती पर प्रतिरक्षा साधनों के माध्यम से लाने की कोशिश की जा सकती है।

5. परिवार और संबंधियों के साथ संपर्क: विज्ञानी के परिवार और संबंधियों के साथ संपर्क को बनाए रखने के लिए समाधान ढूँढा जा सकता है

। वे अपने प्रियजनों से वीडियो कॉल के माध्यम से बात कर सकते हैं जो उन्हें धैर्य और सामर्थ्य प्रदान करती है।

इन प्रोटोकॉल्स को मिलाकर नासा और अन्य अंतरिक्ष एजेंसियों का मुख्य उद्देश्य होता है कि वे विज्ञानी यात्रियों की सुरक्षा और वेलबीन्ग को सुनिश्चित कर सकें और उन्हें अगर किसी चुनौतीपूर्ण स्थिति का सामना करना पड़े, तो उसे सफलतापूर्वक निपटा सकें।

नोट: यह ब्लॉग वास्तविकता और नीतियों पर आधारित नहीं है, बल्कि इसमें केवल कल्पना के माध्यम से विचार किए गए सिनेरियो दिए गए हैं। वास्तविक स्थिति में अंतरिक्ष एजेंसियों के पास विशेष नीतियां होती हैं जो उनके मिशन के लिए निर्धारित की जाती हैं।

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