केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने “आयुष्मान भव” अभियान शुरू करने की घोषणा की, जिसका उद्देश्य दूरदराज के क्षेत्रों सहित हर इच्छित लाभार्थी तक स्वास्थ्य योजनाओं की डिलीवरी में सुधार करना है। 13 सितंबर से शुरू होने वाला यह अभियान 2 अक्टूबर तक चलने वाले ‘सेवा पखवाड़ा’ का हिस्सा है।
इस अभियान का मुख्य उद्देश्य ‘अंत्योदय’ के दृष्टिकोण के अनुरूप स्वास्थ्य देखभाल पहुंच और जागरूकता बढ़ाना है, जिससे हर गांव में स्वास्थ्य सेवाओं की संतृप्ति सुनिश्चित हो सके। इस अभियान का लक्ष्य चयनित क्षेत्रों के लिए ‘आयुष्मान ग्राम पंचायत’ या ‘आयुष्मान वार्ड’ का दर्जा प्राप्त करना भी है। इसके अतिरिक्त, ‘सेवा पखवाड़ा’ के दौरान अंग दान प्रतिज्ञा रजिस्ट्री, रक्तदान शिविर और स्वच्छता अभियान जैसी पहल आयोजित की जाएंगी।
“आयुष्मान भव:” अभियान के प्रमुख घटक क्या हैं?
अभियान में आयुष्मान कार्ड वितरित करने के लिए “आयुष्मान आपके द्वार 3.0”, साप्ताहिक स्वास्थ्य कार्यक्रमों के लिए “आयुष्मान मेला” और ग्राम-स्तरीय स्वास्थ्य जागरूकता के लिए “आयुष्मान सभा” शामिल हैं।
‘आयुष्मान ग्राम पंचायत’ या ‘आयुष्मान वार्ड’ का दर्जा प्राप्त करने का क्या महत्व है?
यह ‘अंत्योदय’ की दृष्टि के अनुरूप, संबंधित क्षेत्रों में चयनित स्वास्थ्य संकेतकों की संतृप्ति को इंगित करता है।
‘सेवा पखवाड़ा’ के दौरान अन्य कौन सी पहल शुरू की जाएंगी?
पहल में अंग दान प्रतिज्ञा रजिस्ट्री, रक्तदान शिविर और सार्वजनिक स्वास्थ्य सुविधाओं पर स्वच्छता अभियान शामिल हैं।
Categories: राष्ट्रीय करेंट अफेयर्स