गर्भवती महिलाओं के शारीरिक स्वास्थ्य का ख्याल रखना एक महत्वपूर्ण पहलू है, क्योंकि इस समय माँ और शिशु दोनों के लिए सही पोषण बहुत जरूरी है। एक गंभीर समस्या जिससे कई महिलाएं गुजर सकती हैं, वह है एनीमिया। आइए जानते हैं डॉ. अमृता साहा के साथ कि एनीमिया के कारण, लक्षण, और बचाव के बारे में।
एनीमिया के कारण
एनीमिया का मुख्य कारण है गर्भवती महिलाओं के रक्त में हीमोग्लोबिन की कमी। यह आयरन की कमी के कारण होता है, जिससे रक्त में हीमोग्लोबिन का स्तर कम हो जाता है। इससे शरीर में ऑक्सीजन की कमी होती है और यह एनीमिया का कारण बनता है।
एनीमिया के लक्षण:
- थकान और कमजोरी
- सांस की कमी और चक्कर आना
- सिरदर्द और चिड़चिड़ापन
- टांगों में ऐंठन और बालों का झड़ना
- भूख कम होना और बीमारियों का अधिक प्रतिक्रिया करना
एनीमिया का बच्चे पर प्रभाव:
शिशु की सही विकास के लिए आयरन की सही मात्रा महत्वपूर्ण है। अगर आयरन की कमी हो, तो शिशु के तंत्रिका तंत्र और दिमाग के विकास पर असर पड़ सकता है।
एनीमिया का इलाज:
डॉ. अमृता साहा के अनुसार, एनीमिया का इलाज आयरन युक्त आहार और आयरन सप्लीमेंट्स के साथ किया जा सकता है। फोलिक एसिड और एलिमेंटल आयरन का सही मात्रा में सेवन करना फायदेमंद हो सकता है।
गर्भवती महिलाओं को अपने शारीरिक स्वास्थ्य का ध्यान रखना अत्यंत महत्वपूर्ण है, खासकर एनीमिया के मामले में। सही आहार, आयरन सप्लीमेंट्स, और नियमित चेकअप से इस समस्या का समाधान किया जा सकता है, जिससे माँ और शिशु दोनों का स्वस्थ विकास हो सके।