इस्राइल-ईरान तनाव के बीच ईरानी राष्ट्रपति इब्राहीम रायसी की रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से होने वाली मुलाकात को बहुत अहम माना जा रहा है। इस मुलाकात का मुख्य उद्देश्य दोनों देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करना और क्षेत्रीय मुद्दों पर चर्चा करना हो सकता है। इस्राइल और ईरान के बीच हालिया तनाव, खासकर गाजा और लेबनान में हुए हमलों के बाद, इस मुलाकात को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर और भी महत्वपूर्ण बना देता है।
यह मुलाकात कुछ खास कारणों से महत्वपूर्ण है:
- क्षेत्रीय तनाव: इस्राइल और ईरान के बीच लंबे समय से तनाव है, और हाल के दिनों में यह और बढ़ गया है। इस संदर्भ में रूस की भूमिका महत्वपूर्ण हो सकती है, क्योंकि वह ईरान का पारंपरिक सहयोगी है और उसके साथ मजबूत संबंध रखता है।
- सुरक्षा और हथियार आपूर्ति: ईरान और रूस के बीच सैन्य सहयोग और हथियारों की आपूर्ति का मुद्दा भी इस मुलाकात का एक प्रमुख हिस्सा हो सकता है। रूस ईरान को विभिन्न हथियार प्रणालियों की आपूर्ति कर सकता है, जो क्षेत्रीय समीकरणों को प्रभावित कर सकता है।
- यूक्रेन संकट: रूस-यूक्रेन युद्ध के कारण पश्चिमी देशों और रूस के बीच तनाव है, और ईरान का रूस के साथ खड़ा होना दोनों देशों के लिए महत्वपूर्ण हो सकता है। यह मुलाकात रूस और ईरान के संबंधों को और मजबूत कर सकती है, जिससे पश्चिमी देशों पर दबाव बढ़ सकता है।
- अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंध: ईरान और रूस दोनों ही पश्चिमी प्रतिबंधों का सामना कर रहे हैं, इसलिए इस मुलाकात में दोनों देश इन प्रतिबंधों से निपटने की रणनीतियों पर भी चर्चा कर सकते हैं।
इस्राइल और ईरान के बीच जारी तनाव और वैश्विक स्तर पर बढ़ती अस्थिरता के बीच यह बैठक भूराजनीतिक रूप से बेहद महत्वपूर्ण है।